REET की मेन कटऑफ लिस्ट निकली फर्जी: शिक्षा विभाग के अधिकारियों ने कहा- अब तक लिस्ट जारी नहीं हुई; शनिवार तक आने की संभावना

     



बीकानेर



REET-21 के तहत लेवल वन की टीचर्स भर्ती को लेकर सोशल मीडिया पर वायरल हो रही मुख्य कटऑफ लिस्ट को शिक्षा विभाग ने फर्जी करार दिया है। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय ने स्पष्ट किया है कि अब तक मुख्य कटऑफ जारी नहीं हुई है। शेयर की जा रही लिस्ट फेक है। उधर, निदेशालय की ओर से शनिवार तक अधिकृत मुख्य कटऑफ जारी होने की उम्मीद की जा रही है।



प्रारम्भिक शिक्षा निदेशालय के निदेशक कानाराम के फर्जी हस्ताक्षर से एक लिस्ट सोशल मीडिया पर सामने आई है। इस पर 11 अप्रैल की तारीख दी गई है। सभी वर्गों की अंतिम मुख्य कटऑफ बताई गई है।


सहायक निदेशक किशनदान चारण ने भास्कर को बताया कि शिक्षा निदेशालय ने अब तक मुख्य कटऑफ जारी ही नहीं की। विभाग की ओर से शनिवार तक अधिकृत मुख्य कटऑफ जारी की जाएगी। नॉन टीएसपी एरिया के लिए जारी इस फर्जी मुख्य कटऑफ में दिए गए नंबर हाथ से लिखे गए हैं, जबकि निदेशालय की ओर से जारी होने वाली किसी भी लिस्ट में हाथ से लिखित काम नहीं होता। प्रारम्भिक शिक्षा निदेशक के हस्ताक्षर भी फर्जी किए गए हैं। इस फर्जी लिस्ट में अंकों के साथ ही जन्म तिथि भी दी गई है।


इस मुख्य कटऑफ लिस्ट को शिक्षा विभाग फेक बता रहा है।

इस मुख्य कटऑफ लिस्ट को शिक्षा विभाग फेक बता रहा है।

पांच नंबर का न्यूनतम अंतर

इससे पहले जारी हुई सामान्य कटऑफ के अंकों से कम से कम पांच अंक ज्यादा वाले कैंडिडेट्स को ही मुख्य कट ऑफ में स्थान मिल पाएगा। ज्यादा बड़ा अंतर नहीं आएगा। कुछ कैटेगरी में पांच नंबर का अंतर है तो कुछ में दस से बारह तक का अंतर भी आया है।


*27 फरवरी को आई थी पहली कटऑफ*


शिक्षा विभाग ने 27 फरवरी को पहली कटऑफ जारी की थी। इसमें सभी केटेगरी के अलग-अलग मार्क और डेट ऑफ बर्थ दी गई थी। जहां पर मार्क्स बराबर होते हैं। वहां डेट ऑफ बर्थ के आधार पर चयन किया जाता है। इस कटऑफ के आधार पर 31 हजार कैंडिडेट्स को डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन के लिए बुलाया गया था। अब डॉक्यूमेंट वेरिफिकेशन हो चुका है। ऐसे में 15 हजार 500 कैंडिडेट के लिए मुख्य कटऑफ जारी होगी। शिक्षा विभाग शनिवार तक फाइनल कट ऑफ जारी करेगा। उससे पहले ही कुछ लोगों ने फर्जी कटऑफ जारी कर दी।


इस तरह फर्जी है लिस्ट


दरअसल इस फर्जी कटऑफ में मार्क्स हाथ से लिखे गए हैं। डेट ऑफ बर्थ भी हाथ से लिखी गई है। जबकि शिक्षा निदेशालय की ओर से जारी होने वाले किसी भी कागज पर हाथ से कुछ हाथ से नहीं लिखा जाता है। सारा मैटर टाइप होता है। वहीं, निदेशक कानाराम के हस्ताक्षर भी फर्जी किए गए हैं।